भारत की दोहरी उपलब्धि: अग्नि-प्राइम का सफल परीक्षण और विदेशी सिल्वर ज्वैलरी आयात पर रोक

भारत ने एक ही दिन रक्षा और आर्थिक मोर्चे पर बड़ी उपलब्धियाँ दर्ज कीं। DRDO ने पहली बार रेल-आधारित मोबाइल लॉन्चर से अग्नि-प्राइम बैलिस्टिक मिसाइल का सफल परीक्षण किया। इस मिसाइल की मारक क्षमता 2,000 किमी तक है और इसे आधुनिक नेविगेशन व गाइडेंस सिस्टम से लैस किया गया है। ओडिशा के तट से हुए इस परीक्षण ने भारत की सामरिक तैयारी को नई दिशा दी है।
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा कि यह उपलब्धि भारत की तकनीकी आत्मनिर्भरता और रक्षा क्षमता का प्रमाण है। उन्होंने वैज्ञानिकों और रणनीतिक बलों की सराहना करते हुए इसे “मील का पत्थर” करार दिया।
इसी बीच, केंद्र सरकार ने विदेशी सिल्वर ज्वैलरी के आयात पर 31 मार्च 2026 तक प्रतिबंध लगाने का फैसला किया है। यह कदम घरेलू उद्योग की सुरक्षा और कारीगरों के हितों को ध्यान में रखते हुए उठाया गया है। अब ऐसे आभूषणों का आयात केवल सरकार की अनुमति मिलने पर ही किया जा सकेगा।
विशेषज्ञों का कहना है कि यह कदम न केवल घरेलू रोजगार को बढ़ावा देगा बल्कि भारतीय आभूषण बाजार को भी विदेशी निर्भरता से बचाएगा। सरकार का उद्देश्य स्थानीय उत्पादन को प्रतिस्पर्धी बनाना और मुक्त व्यापार समझौतों का सही इस्तेमाल सुनिश्चित करना है।