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22 दिन बाद वैष्णो देवी यात्रा बहाल, लेकिन दुकानदार और पिट्ठू सेवाओं पर संकट बरकरार

माता वैष्णो देवी की यात्रा 22 दिन बाद दोबारा शुरू हुई है। बावजूद इसके कटड़ा और भवन मार्ग पर सन्नाटा पसरा है।
19 सितंबर को 3047 श्रद्धालुओं ने यात्रा की और 20 सितंबर की शाम तक यह संख्या घटकर 2550 यात्रियों पर आ गई। श्रद्धालुओं की संख्या कम होने की वजह से दुकानदार और घोड़ा-पिट्ठू परेशान हैं।
कई दुकानें अब भी बंद हैं, क्योंकि बिक्री न के बराबर हो रही है। घोड़ा, पालकी और पिट्ठू सेवाओं पर भी असर पड़ा है। कारोबारियों का कहना है कि लंबे समय तक यात्रा बंद रहने और अब कम भीड़ आने से भारी आर्थिक नुकसान हो रहा है।
सकारात्मक बात यह है कि यात्रा सेवाएँ—हेलीकॉप्टर, रोपवे और बैटरी कार—सामान्य रूप से चल रही हैं। वहीं, व्यापारी अब नवरात्रों की भीड़ का इंतजार कर रहे हैं, जिससे कारोबार दोबारा गति पकड़ सके।