उत्तराखंड

फील्ड से फ़ौजी ऑफिसर तक: IMA Special List-38 के 56 कैडेट्स ने पिपिंग सेरेमनी में पाया नया सफर

देहरादून — एक सामान्य बैरक-दिवस की तरह ही शुरु हुआ यह शनिवार, 6 दिसंबर 2025, पर IMA में वो पल था जिसे कैडेट्स और उनके परिवारों ने ज़िंदगी भर याद रखेंगे। स्पेशल लिस्ट-38 कोर्स के 56 जवान — जिन्होंने पहले सिपाही के रूप में देश सेवा की — एक नई शुरुआत की ओर कदम बढ़ा रहे थे। पिपिंग सेरेमनी का घड़ी-घड़ी आता क्षण: जब उन्होंने सेन्य-रैंक (स्टार इंसिग्निया) पहनकर अपनी वर्दी को एक अधिकारी की गरिमा दी। 

कमांडेंट लेफ्टिनेंट-जनरल नागेंद्र सिंह ने उन्हें बधाई दी और कहा कि अब जिम्मेदारी बढ़ गई है — सेना उनकी अपेक्षा रखेगी कि वे निष्ठा, ईमानदारी और आत्म-दायित्व के साथ देश की सेवा करें। 

समारोह की गरिमा के बीच, कुछ चेहरे थे जिन्हें विशेष सम्मान मिला — जम्मू-कश्मीर के कुलबीर कुमार और असम के अनंत पांडे। दोनों को क्रमशः गोल्ड और सिल्वर मेडल से नवाज़ा गया, उनकी मेहनत और समर्पण को सलाम। 

अब ये 56 नए अधिकारी केवल पद नहीं, उम्मीद हैं — उन लाखों जवानों की, जो देश सेवा के जूनून से भरे हैं और जिन्होंने कभी फील्ड में कठिनाइयाँ झेली हैं। IMA ने उन्हें यह विश्वास दिया कि अनुभव + प्रशिक्षण = नेतृत्व। फील्ड-अनुभव की पगडंडी से ऑफिसर बनने का सफर आसान नहीं था, लेकिन उस सफर ने उन्हें निखारा।

आज, IMA की परंपरा में एक और सुनहरा पन्ना जुड़ा है। 56 ऐसे अफसर तैयार हैं जो सिर्फ वर्दी नहीं, आत्मनिर्भरता, देशभक्ति और नेतृत्व की मिसाल होंगे।

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