धर्म
अनंत चतुर्दशी 2025: अनंत सूत्र का महत्व और गणेश विसर्जन के समय

भाद्रपद मास की शुक्ल चतुर्दशी को अनंत चतुर्दशी कहते हैं। इस दिन गणेशोत्सव का समापन होता है और बप्पा को विदाई दी जाती है।
इस वर्ष यह पर्व 6 सितंबर 2025 को मनाया जा रहा है। पूजा का शुभ समय सुबह 6:02 बजे से लेकर रात 1:41 बजे तक है।
गणेश विसर्जन के लिए प्रातः, दोपहर, शाम और रात में अलग-अलग शुभ मुहूर्त हैं—सुबह 7:36 से 9:10, दोपहर 12:19 से 5:02, शाम 6:37 से 8:02 और रात 9:28 से 1:45 तक।
अनंत चतुर्दशी के दिन चौदह गांठों वाला धागा जिसे अनंत सूत्र कहते हैं, बांधने की परंपरा है। धार्मिक मान्यता है कि इस व्रत और सूत्र से व्यक्ति को संकटों से मुक्ति मिलती है और परिवार में सुख-शांति का वास होता है।