विपक्ष की रणनीति तैयार—शीतकालीन सत्र में SIR विवाद और प्रदूषण पर होगी सरकार की कसौटी

आज से शुरू हो रहा संसद का शीतकालीन सत्र कई राष्ट्रीय मुद्दों पर गहन बहस का मंच बनने जा रहा है। विपक्ष ने पहले ही साफ कर दिया है कि वह इस बार सरकार को SIR (सुरक्षा उल्लंघन/सुरक्षा समीक्षा मामले) पर कठघरे में खड़ा करेगा। विपक्ष का कहना है कि यह देश की सुरक्षा से जुड़ा बेहद गंभीर मामला है, जिसे सरकार ने अभी तक पर्याप्त गंभीरता से नहीं लिया।
इसके साथ ही प्रदूषण का मुद्दा भी सत्र में हावी रहने वाला है। दिल्ली, उत्तर भारत और अन्य राज्यों में वायु गुणवत्ता लगातार बिगड़ती जा रही है, जिसके लिए विपक्ष केंद्र सरकार की नीतियों को अप्रभावी बता रहा है। विपक्ष चाहता है कि प्रदूषण नियंत्रण पर सरकार संसद में विस्तृत योजना पेश करे और अब तक के कदमों की प्रगति रिपोर्ट दे।
सरकार ने सर्वदलीय बैठक में आश्वासन दिया है कि वह सभी मुद्दों पर चर्चा के लिए तैयार है, लेकिन वह चाहती है कि सत्र में विधायी कार्य बाधित न हो। इस सत्र में कई अहम बिलों पर चर्चा और मंजूरी की संभावना है, जिनमें राष्ट्रीय सुरक्षा, वित्तीय सुधारों और प्रशासनिक ढांचे से जुड़े प्रस्ताव शामिल हैं।
राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि सत्र की शुरुआत से ही माहौल गरम रहने वाला है। विपक्ष एकजुट होकर सरकार को घेरने की रणनीति बना चुका है, जबकि सरकार कामकाज पर जोर देते हुए विपक्ष के हमलों से निपटने की तैयारी में है।




